अब अंतरिक्ष दूर नहीं, छह करोड़ में अंतरिक्ष की सैर कराएगा इसरो (ISRO) | A trip to space by ISRO

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका इस नए अपडेट में जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस बढ़ती टेक्नोलॉजी के दुनिया में बहुत सारे कार्य हो रहे हैं। ऐसे में पृथ्वी पर कार्य तो हो ही रहे हैं और साथ ही साथ पृथ्वी से बाहर जाने की भी योजना बनाई जा रही है।

नए अपडेट के अनुसार इसरो (ISRO) ने 6 करोड़ में अंतरिक्ष यात्रा कराने की बात कही है, इस योजना पर कार्य चल रहा है इसकी पूरी जानकारी नीचे दी गई अंत तक जरूर पढ़े, ताकि आपको इस नई यात्रा के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।

अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा फैसला

सौम्या पिल्लई

इसरो छह करोड़ रुपये में लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराएगा। अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में यह फैसला लिया है। इसके लिए वर्ष 2030 को लक्ष्य रखा गया है। इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने यह जानकारी दी है।

सोमनाथ ने बताया, सरकार की अंतरिक्ष पर्यटन पहल गति पकड़ रही है। भारत वैश्विक बाजार में ‘प्रतिस्पर्धी कीमतों’ पर अंतरिक्ष के लिए टिकट की कीमत तय करेगा। प्रति टिकट की लागत लगभग छह करोड़ रुपये हो सकती है। उन्होंने कहा, यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए तकनीकी विषयों पर चर्चा हो रही है।

यात्रा करने वाले लोग खुद को ‘अंतरिक्ष यात्री’ कह सकेंगे। बता दें कि सरकार ने फरवरी में बताया था कि इसरो ने अंतरिक्ष पर्यटन के लिए अध्ययन करना शुरू कर दिया है। देश के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम गगनयान के माध्यम से इसरो विभिन्न प्रौद्योगिकियों के विकास में लगा हुआ है। इससे जरिये साधारण लोगों को भी अंतरिक्ष में भेजने की योजना है

अंतरिक्ष में बिताते हैं 15 मिनट

यह पता नहीं चल सका है कि यात्री कितनी ऊंचाई या किस कक्षा तक जाएंगे और कितना समय बिताएंगे। आमतौर पर पर्यटक अंतरिक्ष पर लगभग 15 मिनट बिताते हैं। निजी अंतरिक्ष एजेंसियां ब्लू ऑरिजिन, वर्जिन गैलेक्टिक और स्पेसएक्स अंतरिक्ष पर्यटन की दिशा में काफी समय से काम कर रही हैं।

निजी क्षेत्रों की भी भागीदारी

वैज्ञानिकों ने बताया, अंतरिक्ष पर्यटन की योजनानिजी कंपनियों के साथ मिलकर बनाई जाएगी। कंपनियां भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस) के माध्यम से इसरो के साथ साझेदार बनेंगी। सरकार ने गैर-सरकारी संस्थाओं को बढ़ावा देने के लिए एजेंसी के रूप में इन स्पेस का गठन किया है।

बनवेब के 36 उपग्रहों का इसी महीने प्रक्षेपण

इसरो इस महीने के अंत में ब्रिटेन स्थित संचार कंपनी वनवेब के लिए पृथ्वी की निचली कक्षा में 36 उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए तैयार है। यह उपग्रह अंतरिक्ष के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराने में मददगार साबित होंगे। वनवेब ने ट्वीट किया, भारत से उत्साहित करने वाली खबर आ रही है, हम 36 उपग्रहों का प्रक्षेपण करने जा रहे हैं। सीईओ मासिमिलिआनो लादोवाज ने कहा, लक्षित तारीख 26 मार्च है। बता दें कि वनवेब के 36 उपग्रह फ्लोरिडा से 16 फरवरी को भारत पहुंचे थे।

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