Essay on Christmas in hindi (क्रिसमस पर निबंध) – क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। क्रिसमस ईसाई धर्म का एक मुख्य त्यौहार है जो केवल ईसाई ही नहीं बल्कि अन्य समुदाय के द्वारा भी मनाया जाता है। ये एक ऐसा अवसर है जो एक साथ सभी देशों में मनाया जाता है। भगवान यीशु मसीह के जन्म के उत्सव के रूप में यह पर्व मनाया जाता है। क्रिसमस के एक दिन पहले 24 दिसंबर को लोग शाम से ही गिरजाघरों में मोमबत्तियां जलाते हैं और 25 दिसंबर की रात 12 बजे भगवान यीशु मसीह के जन्म का उत्सव मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने के लिए कई बार विद्यालयों में बच्चों को क्रिसमस पर निबंध लिखने का कार्य दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है।
कई ऐसे छात्र होते हैं जिन्हें निबंध लिखने में परेशानी होती है या फिर हिन्दी विषय पर उनकी पकड़ कमजोर होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा क्रिसमस के बारे में जानकारी का अभाव भी एक बड़ी वजह है। जिसकी वजह से क्रिसमस पर निबंध हिंदी में या फिर क्रिसमस पर 10 लाइन (10 sentences about christmas ) लिखना छात्रों के लिए एक मुश्किल कार्य बन जाता है।
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यदि आप भी उपर्युक्त समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आज आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्योंकि क्रिसमस पर निबंध विशेष इस लेख के माध्यम से आपकी इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें ?(how to write essay on christmas in hindi), इसकी जानकारी मिलेगी, बल्कि इसकी सहायता से आपको किसी भी निबंध को लिखने का तरीका पता चलेगा। हालांकि हम आपको सलाह देंगे कि इस निबंध को महज प्रेरणा लें और स्वयं की समझ का इस्तेमाल करते हुए ही क्रिसमस पर लेख या फिर क्रिसमस पर 10 लाइन लिखने की कोशिश करें।
क्रिसमस पर 10 पंक्तियाँ याद रखे(Remember 10 On Christmas)
1) क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है।
2) प्रतिवर्ष 25 दिसम्बर को ईसाई समुदाय के लोग बड़े ही उत्साह से इस त्यौहार को मनाते हैं।
3) यह पर्व ईसाई धर्म के लोग अपने भगवान यीशु मसीह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाते हैं।
4) क्रिसमस का यह त्यौहार सभी देशों में बड़े ही उच्च स्तर पर मनाया जाता है।
5) यह एक धार्मिक उत्सव है जिसका आनंद दुनिया के लगभग सभी धर्मों के लोग लेते हैं।
6) क्रिसमस के दिन लोग सांयकाल के समय गिरजाघर जाते हैं और मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना करते हैं।
7) क्रिसमस पर कुछ लोग सांता क्लॉज की वेशभूषा में तैयार होते हैं और बच्चों को चाकलेट तथा उपहार बाटते हैं।
8) क्रिसमस के दिन विश्व के लगभग सभी देशों में सरकारी अवकाश रहता है।
9) क्रिसमस पर लोग एक ख़ास गाना गाते हैं जिसे ‘क्रिसमस कैरोल’ (Christmas Carrol) कहा जाता है।
10) क्रिसमस पर लोग एरोकेरिया (Araucaria) के पौधे को छोटे-छोटे रंगीन गेंदों और खिलौनों से सजाते हैं जिसे क्रिसमस ट्री (Christmas Tree) कहा जाता है।
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क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas)
क्रिसमस दुनियाभर में मनाया जाने वाला पर्व है जिसे प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से यीशु मसीह के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। यीशु मसीह वो शख्स थे जिन्होंने न सिर्फ ईसाई धर्म की स्थापना की, बल्कि ईसाई मान्यताओं के अनुसार इन्सानों के गुनाह की खातिर खुद सूली पर चढ़ गए। यही वजह है कि दुनिया भर के इसाइयों के लिए यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यीशु मसीह का जन्म फिलिस्तीन के बेथलहेम शहर में लगभग 1 ईशा पूर्व हुआ था। उनके पिता का नाम जोसफ और माता का नाम मैरी था। यह शहर आज के जमाने में इजरायल की राजधानी येरुशलम से 10 किलोमीटर दूर सेंट्रल वेस्ट बैंक में स्थित है। यीशु मसीह के जन्म से ही अंग्रेजी कैलेंडर की भी शुरुआत हुई है जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
चूंकि दुनिया भर में ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है, यही वजह है कि क्रिसमस की खुशी और इसका जश्न वैश्विक स्तर पर देखा जा सकता है। दुनियाभर के लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं। यकीनन विविधता में एकता के लिए विख्यात हमारा देश भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में भी ईसाइयों की एक बड़ी तादाद मौजूद है। प्रत्येक वर्ष क्रिसमस की तारीख के नजदीक आते ही विश्व के साथ-साथ भारत के बाज़ारों में भी क्रिसमस को लेकर गहमागहमी बढ़ जाती है। लाल रंग की सांता क्लौज की टोपी व परिधान, जगमगाते बल्ब्स, चमकीले सितारे और क्रिसमस ट्री आदि जैसी चीजों से भारतीय बाजार सराबोर हो जाता है। केक व पेस्ट्रिज की दुकानों पर भीड़ बढ़ जाती है। इस दिन विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को गिफ्ट देने का चलन है।
क्रिसमस के दिन ईसाई धर्म को मानने वाले लोग चर्च जाते हैं। भगवान यीशु मसीह के भजन गाते हैं व उनसे अपनी गलतियों के लिए माफ़ी मांगते हैं। इसके बाद मेहमानों व बच्चों को तोहफे व आकर्षक क्रिसमस कार्ड्स दिए जाते हैं। रिश्तेदारों व दोस्तों को इस दिन विशेष तौर पर क्रिसमस के भोज के लिए आमंत्रित किया जाता है। रात्रि भोज के बाद सभी लोग क्रिसमस ट्री के चारों ओर नाचते हैं, गाना गाते हैं व जश्न मनाते हैं। भारत में तो यह पर्व सभी धर्म के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं। इस दिन राष्ट्रीय अवकास रहता है। सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ प्राइवेट कार्यालय, स्कूल व कॉलेज भी इस दिन बंद रहते हैं। कई कार्यालयों व विद्यालयों में क्रिसमस से एक दिन पहले क्रिसमस के जश्न का आयोजन होता है।
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क्रिसमस की खास बात ये भी है कि बड़े व बुजुर्गों के साथ-साथ छोटे बच्चों को भी क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार रहता है। इसकी सबसे बड़ी वजहों में से एक है सांता क्लौज। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए तोहफे लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है। छोटे बच्चे ये काम बड़े उत्साह के साथ करते हैं। घर में बनने वाले तरह-तरह के पकवान, विद्यालयों की छुट्टियाँ और नए कपड़े भी एक और बड़ा कारण है जिसकी वजह से बच्चों को इस त्योहार का इंतजार रहता है।
मैरी क्रिसमस ही क्यों बोला जाता है हैप्पी क्रिसमस क्यू नही बोलते ? (Why is it called Merry Christmas, why don’t you say Happy Christmas?)
क्रिसमस की एक खास बात यह भी है कि इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि क्रिसमस के दिन लोग मैरी क्रिसमस क्यों बोलते हैं, हैप्पी क्रिसमस और मैरी क्रिसमस में क्या अंतर है या फिर क्या हैप्पी क्रिसमस बोलना गलता है। आपके इन सभी सवालों का जवाब आज आपको मिल जाएगा।
सबसे पहले आपको बता दें कि मैरी क्रिसमस का हिंदी में अर्थ हैप्पी क्रिसमस के हिंदी में अर्थ के समान ही होता है। जहां ‘हैप्पी क्रिसमस’ का अर्थ होता है, आनंदित क्रिसमस, वहीं ‘मैरी क्रिसमस’ का हिंदी में अर्थ भी आनंदित क्रिसमस ही होता है। एक तरह से देखा जाए तो ‘हैप्पी’ व्यावहारिक अंग्रेजी में उपयोग किया जाने वाला शब्द है, जबकि ‘मैरी’ शब्द भावनात्मक एहसास देने के के लिए किया जाता है। जैसे कि हिंदी में ‘रोना’ शब्द व्यावहारिक कहा जा सकता है, लेकिन वहीं इसी अर्थ के लिए ‘भावभीनी’ का उपयोग भावनात्मक जुड़ाव के लिए किया जा सकता है। हालांकि, कई लोगों का यह भी मानना है कि प्रभु यीशु मसीह की माताजी का नाम चूंकि मरियम उर्फ मैरी था इसलिए भी ‘हैप्पी क्रिसमस’ की जगह ‘मैरी क्रिसमस’ कहा जाता है।
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हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस लेख से आपकी क्रिसमस पर निबंध लिखने से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान हो गया होगा और आप सबको ज्ञान भी मिला होगा। तो अपने दोस्तो के साथ शेयर करना ना भूले।
Frequently Asked Question (FAQs) – क्रिसमस पर निबंध
Q. यीशु मसीह का जन्म कब हुआ था?
Ans. यीशु मसीह का जन्म 4-6 ई. पू. फिलिस्तीन के शहर बेथलेहेम में हुआ था।
Q. यीशु मसीह के माता – पिता कौन थे?
Ans. यीशु मसीह की माता मैरी तथा पिता जोसेफ थे।
Q. यीशु मसीह के कितने शिष्य थे?
Ans. यीशु मसीह के 12 शिष्य थे। जिनके नाम हैं – पीटर, एंड्रयू, जेम्स (जबेदी का बेटा), जॉन, फिलिप, बर्थोलोमियू, मैथ्यू, थॉमस, जेम्स (अल्फाइयूज का बेटा), संत जुदास, साइमन द जिलोट, मत्तिय्याह।
Q. क्रिसमस के दिन कौन पैदा हुआ था?
Ans. यीशु मसीह के जन्म दिवस के रूप में क्रिसमस डे मनाया जाता है लेकिन इस बात के पुख्ता सबूत नही है कि यीशु के जन्म की तिथि यही हो।
Q. क्रिसमस ट्री का असली नाम क्या है?
Ans. क्रिसमस ट्री एक शंकुधारी वृक्ष है। कुल 35 तरह के वृक्ष हैं जिन्हें क्रिसमस ट्री के रूप में प्रयोग लाया जाता है जैसे बलसम, डगलस, फ्रेजर, स्कॉट पाइन आदि
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